हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना अली हैदर फरिश्ता अध्यक्ष मजमय उलेमा व खुतेबा हैदराबाद डेक्कन ने कहा कि शिया मुसलमान कभी भी आतंकवाद के पाप में शामिल नहीं रहे हैं। उल्टे उन्हें हर जगह आतंकवाद का शिकार बनाया जा रहा है. शिया कौम का इतिहास गवाह है कि वे हमेशा शांतिप्रिय और उत्पीड़ित रहे हैं।
हाल ही में ज़ी स्टूडियो कि फिल्म दी कश्मीर फाइल्स में महान शिया धार्मिक नेता और विश्व इस्लामी क्रांति के नेता हज़रत इमाम ख़ुमैनी र.ह और ईरान के इस्लामी गणराज्य के संस्थापक के चित्र का उपयोग किया गया हैं, उनको एक दहशत गर्द के रूप में दिखाया गया हैं, यह दुश्मन की एक बहुत बड़ी साजिश हैं।
इस्लाम दुश्मन इस्लाम विरोधी ताकतों का मानसिक आतंकवाद कहना गलत नहीं होगा। ज़ी स्टूडियोज का यह मानसिक आतंक असहनीय है।
इस फिल्म के माध्यम से न केवल शिया कौम का को तकलीफ हुई है, बल्कि भारत और ईरान के बीच पुरानी दोस्ती के मजबूत बंधन में दरार पैदा करने का एक शातिर प्रयास कि गई है।
हम इस गंदी साजिश की कड़ी निंदा करते हैं और भारत सरकार से फिल्म के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने और महान शिया धर्मगुरु की छवि को आतंकवादियों की श्रेणी से हटाने का आह्वान करते हैं।